International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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रोजगार सृजन में महात्मा गांधी-नरेगा की भूमिका
1 Author(s): SHIV KUMAR
Vol - 5, Issue- 2 , Page(s) : 81 - 92 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
भारत में बेरोजगारी की समस्या जब चरम सीमा पर थी। उस समय भारत सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम बनाया जो वर्ष 2005 में पारित हुआ। 2 फरवरी, 2006 से राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005 लागू किया गया। वर्ष 2009-10 के दौरान, एक संशोधन के माध्यम से नरेगा को ‘‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम’’ नामक नया नाम दिया गया है। इस अधिनियम का उद्देश्य ऐसे प्रत्येक ग्रामीण परिवार जिनके वयस्क सदस्य अकुशल शारीरिक श्रमकार्य करने के इच्छुक हैं, को एक वित्त वर्ष में कम से कम 100 दिनों का गारंटीयुक्त मजदूरी रोजगार उपलब्ध कराना है। इस अधिनियम ने रोजगार सृजन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।