International Research Journal of Commerce , Arts and Science

 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 265    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

इस्लाम में नैतिकता

    1 Author(s):  DR. VIKAS KHURANA

Vol -  5, Issue- 9 ,         Page(s) : 76 - 79  (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

‘नैतिकता’ शब्द की उत्पत्ति मूलरूप से शब्द ‘नीति’ से हुई है। ‘नीति’ का अर्थ ‘शाश्वत-आचरण’ के सिद्धान्त से है। इस्लाम धर्म अपने विशद स्वरूप में इन सिद्धान्तों की घोषणा करता है जो न केवल मानव के इहँलोक तथा परलौकिक जीवन को सुखद एवं शांतिपूर्ण बनाने में मदद करते है अपितु समाज के अस्तित्व के लिए भी आधारभूत आवश्यकता को स्पष्ट करते है। इन सिद्धान्तों के प्रति उदासीनता का अर्थ अशांत जीवन एवं असुरक्षित विश्व है। दुनिया के तमाम अन्य धर्मो के जैसे ही एक परमशक्ति, सर्वव्यापी-निराकार ब्रहमा अर्थात अल्लाह ही इन सिद्धान्तों का प्रतिपादक है।

  1. र्कुआन मजीद
  2. हदीस अलबुखारी
  3. र्कुआन सब के लिए: मौलाना मुहम्मद फारुक खाँ
  4. इस्लाम का सन्देश: आला सैय्यद अबुल हसन

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details