International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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रामकथा के पात्र श्रीहनुमान का लोकनायकत्व
1 Author(s): DR KAMLESH KUMAR
Vol - 13, Issue- 4 , Page(s) : 62 - 66 (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
भारतीय अध्यात्म में श्रीहरि की महिमा अनन्त है और वे विश्व का कल्याण करने के लिए समय-समय पर विविध रूपों में अवतरित होते हैं। वे केवल दुष्टों के विनाश और सज्जनों के परित्राण मात्र के लिए ही नहीं, अपितु लोक का मार्ग-निर्देश करने के लिए भी और प्रेमी भक्तों को दर्शन देने व अपना सान्निध्य प्रदान करने के लिए भी कभी स्वामी, कभी सेवक, कभी सखा, तो कभी गुरु आदि विविध रूपों में प्रकट होते हैं।