International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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गांधी जी का लोक-प्रभुत्व एवं गांधी दर्शन से प्रेरित लोक साहित्य की झलक : एक समीक्षात्मक अध्ययन
1 Author(s): DR.NARAYAN SINGH SOLANKI
Vol - 13, Issue- 3 , Page(s) : 83 - 90 (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
मोहनदास कर्मचन्द गांधी एक ऐसा समाज सुधारक व सत्य-अहिंसा का प्रतिपालक व्यक्तित्व है जिसके उच्च आदर्श, सादगी भरे जीवन लहजे और संयम भरे सहनशील व्यवहार को आज पूरा संसार विश्व शान्ति के लिए महत्ती रूप से अनुकरणीय समझता है। ‘महात्मा’ यानि महान् आत्मा, यह संबोधन श्री रविन्द्रनाथ टैगोर ने गांधी की शान्ति निकेतन प्रवासावधि में इनके मधुर, सौम्य व सत्य-अहिंसात्मक व्यवहार को आभा से प्रकाशित होकर दिया, जिसे भविष्य में पूरा भारत ही नहीं वरन् संसार अपने संबोधन के व्यवहार में लाता है।